कोलकाता : लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले पांच दिनों के भीतर दूसरी बार बंगाल दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में भाजपा द्वारा आयोजित राष्ट्रीय नारी शक्ति वंदन अभिनंदन रैली को संबोधित करने के बाद संदेशखाली की पीडि़त महिलाओं से मुलाकात की। बारासात से कुछ किलोमीटर की दूर स्थित संदेशखाली से कुछ पीडि़त महिलाएं रैली में आई थीं। महिलाओं ने पीएम को उन पर हुए अत्याचारों के बारे में अपनी पूरी आपबीती सुनाई। वहीं पीएम ने अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं को मां दुर्गा का रूप बताया तथा उन्हें मदद का आश्वासन दिया।
महिलाओं ने पीएम से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता व संदेशखाली कांड के मुख्य आरोपित शाहजहां शेख से लगातार धमकियां मिलने की भी शिकायत की। महिलाओं ने प्रधानमंत्री को शाहजहां और उसके सहयोगियों द्वारा यौन उत्पीडऩ और जमीन हड़पने की पूरी घटना बताई। बातचीत के दौरान मोदी ने पिता की तरह धैर्यपूर्वक उनकी बातें सुनीं। मुलाकात के बाद संदेशखाली की पीडि़ताओं ने पीएम का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमने प्रत्येक व्यक्ति पर जो वहां अत्याचार हो रहे हैं उसके बारे में उन्हें खुलकर बताया। हमने प्रधानमंत्री को बताया कि हमें कैसे रात में बुलाया जाता था और न जाने पर हमपर अत्याचार किया जाता था। पीडि़ताओं ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को वोट देकर जिताया लेकिन उन्होंने हमारा अपमान किया। उन्होंने हमसे बात तक नहीं की। पीएम मोदी से बात करके हमें बहुत अच्छा लगा। पीएम से हमने यह भी अनुरोध किया कि यहां केंद्रीय बल को तैनात किया जाए क्योंकि हमें राज्य सरकार पर कोई भरोसा नहीं है। पीडि़ताओं ने बताया कि पीएम ने उन्हेंं मदद का आश्वासन दिया है। पीएम ने कहा है कि चिंता न करें, हम आपका ध्यान रखेंगे। वहीं आरोप है कि रैली स्थल पर आने में भी महिलाओं को पुलिस ने बाधा दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभा से ममता बनर्जी सरकार पर जोरदार प्रहार किया। पीएम ने कहा कि तृणमूल के राज में संदेशखाली में नारी शक्ति पर अत्याचार कर घोर पाप हुआ है। वहां जो कुछ भी हुआ, उससे हर किसी का सिर शर्म से झुक गया है। पीएम ने कहा कि तृणमूल सरकार को पीडि़त महिलाओं के दुख- दर्द से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार महिलाओं के गुनाहगारों को बचाने के लिए पूरी शक्ति लगा रही है जबकि उसे हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में झटका लगा है। मोदी ने कहा कि गरीब, दलित, आदिवासी परिवारों की बहन-बेटियों के साथ तृणमूल के नेता जगह-जगह अत्याचार कर रहे हैं। लेकिन तृणमूल सरकार को अपने अत्याचारी नेता पर भरोसा है, बंगाल की बहन-बेटियों पर भरोसा नहीं है। इस व्यवहार से बंगाल व देश की महिलाएं आक्रोश में हैं। नारी शक्ति के आक्रोश का ये ज्वार संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहने वाला बल्कि यह पूरे बंगाल तक जाएगा। बंगाल को नारी शक्ति के लिए बहुत बड़ा प्रेरणा केंद्र करार देते हुए मोदी ने कहा कि यहां की महिलाओं ने देश को दिशा दी है और मां शारदा, भगिनी निवेदिता, मातंगिनी हाजरा और कल्पना दत्ता जैसी अनगिनत शक्ति स्वरूपा दी हैं। लेकिन इसी धरती पर तृणमूल के राज में अत्याचार का घोर पाप हुआ है।
तृणमूल का माफियाराज होगा ध्वस्त
पीएम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बगैर कहा कि तृणमूल के माफियाराज को ध्वस्त करने के लिए बंगाल की नारी शक्ति निकल चुकी है। संदेशखाली ने दिखाया है कि बंगाल की बहन बेटियों की बुलंद आवाज सिर्फ भाजपा ही है। पीएम ने कहा कि तुष्टीकरण और तोलाबाजों (रंगदार) के दबाव में काम करने वाली तृणमूल सरकार कभी भी बहन- बेटियों को सुरक्षा नहीं दे सकती। दूसरी तरफ केंद्र सरकार है, जिसने दुष्कर्म जैसे संगीन अपराध के लिए फांसी की सजा तक की व्यवस्था की है। पीएम ने कहा कि संकट के समय बहनें आसानी से शिकायत कर सकें, इसके लिए महिला हेल्पलाइन बनाई गई है, लेकिन राज्य सरकार इस व्यवस्था को यहां लागू नहीं होने दे रही है। ऐसी महिला विरोधी तृणमूल सरकार महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती।
विपक्षी गठबंधन पर साधा निशाना
मोदी ने विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन पर भी निशाना साधा और कहा कि केंद्र में राजग सरकार की वापसी होते देख उसके सारे नेता बौखला गए हैं, उनकी नींद उड़ गई है और उन्होंने संतुलन खो दिया है। इस इंडी गठबंधन के भ्रष्टाचारी लोग आजकल मेरे परिवार के बारे में पूछ रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि मोदी का खुद का परिवार ही नहीं हैं क्योंकि मैं उनके परिवारवाद के खिलाफ बात करता हूं। आज देश का हर नौजवान, बहन और बेटी कह रहे है कि मैं हूं मोदी का परिवार। सभी 140 करोड़ देशवासी मेरे परिवार हैं।
पूरे देशभर में रैली का प्रसारण
प्रधानमंत्री के भाषण का देशभर में भाजपा के सभी मंडलों में सीधा प्रसारण किया गया और बड़ी संख्या में महिला मोर्चा की कार्यकर्ताएं और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं इससे जुड़ी थीं। पीएम ने कहा कि मैंने वर्षों तक संगठन में काम किया है। इसलिए मुझे पता है कि इतना बड़ा राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करना, जिसमें देश भर में 19-20 हजार स्थानों पर महिला समूह जुड़े हों, ये हिंदुस्तान के सार्वजनिक जीवन की सबसे बड़ी घटना है।