लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा को बड़ा झटका लगा है। अंबेडकरनगर से सांसद रितेश पांडेय मायावती का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। रविवार सुबह उन्होंने पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत अन्य नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए।
आगामी आम चुनाव से ठीक पहले सांसद रितेश पांडेय ने बसपा का साथ छोड़ मायवाती को बड़ा झटका दिया है। भाजपा ज्वाइन करने से पहले उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि लंबे समय से उन्हे न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा था और न ही नेतृत्व स्तर पर संवाद किया जा रहा था। अंबेडकर नगर से सांसद रितेश पांडेय का दावा है कि उन्होंने मायावती और शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क करने के लिए कई प्रयास किये लेकिन उनका परिणाम नहीं निकला। इस दौरान अपने क्षेत्र और अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलता-जुलता रहा साथ ही क्षेत्र में काम किए। सासंद ने आगे अपने इस्तीफे में लिखा, मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब आवश्यकता नहीं है। इसलिए त्यागपत्र देने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं है।
पीएम मोदी के काम से प्रभावित
भाजपा में शामिल होने के बाद रितेश पांडेय ने कहा, “मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को देखते हुए विकसित भारत की कल्पना में अपना सहयोग देने के लिए इस बड़े मिशन के लिए भाजपा के साथ जुड़ कर काम करने के लिए आगे आया हूं। मेरे क्षेत्र में ही हम देखते हैं कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, 2-2 औद्योगिक कॉरिडोर और 40 हजार से ज्यादा आवास की उपलब्ध कराना दिखाता है कि ये हमारे क्षेत्र को विकसित भारत की ओर बढ़ाने के लिए हो रहा है।”